जयपुर -साम्प्रदायिक सौहार्द दिवस अणुव्रत अनुशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणश्री द्वारा उद्वेषित एवं अणुव्रत विश्व भारती राजसमंद द्वारा निर्देशित अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आगाज़ शासनश्री साध्वीश्री सत्यवतीजी के सान्निध्य में भिक्षु साधना केन्द्र, श्याम नगर में साम्प्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुविभा वरिष्ठ उपाध्यक्ष अविनाश नाहर स्पीकर जसबीरसिंह ( पूर्व अध्यक्ष अल्प संख्यक आयोग) फादर जॉन पॉल(कैथ्लिक चर्च) नईम भाई ( सदर जामा मस्जिद ,ज़ोहरी बाज़ार जयपुर कमिटी) थे।
कार्यक्रम का प्रारम्भ अणुव्रत गीत के साथ हुआ जिसे पूर्वमंत्री अनामिका जैन, मधु सोगानी महिला मंडल सी - स्कीम की बहने सरोज घीया , चंदूजी मालू, कविता दूधेड़िया ,सुमन बैद ने गाया। विमल गोलछा अध्यक्ष अणुव्रत समिति ने सभी का स्वागत किया। अनुव्रत उद्बोधन सप्ताह के बारे में मंत्री डॉ. जयश्री सिद्धा ने संक्षिप्त में रूपरेखा प्रस्तुत की। साध्वीश्री संबोधयशा ने गीतिका प्रस्तुत की तथा साध्वीश्री सिद्धिप्रज्ञाजी ने अणुव्रत पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा ना जैन बनना ज़रूरी है, बस अणुव्रत में आस्था ज़रूरीहै।
अनुविभा उपाध्यक्ष अविनाश नाहर ने बताया कि जयपुर समिति को राजसमंद में प्रथम अणुव्रत समिति का गौरव प्राप्त हुआ है अध्यक्ष विमल गोलछा और मंत्री डॉ. जयश्री सिद्धा तथा पिछले कार्यकाल में प्रदीप नाहटा व अनामिक़ाज़ी जैन का कार्य अति सराहनीय रहा जिसके कारण अनुव्रत समिति आज इस जगह शोभायमान है। मुहम्मद नईम भाई ने बताया कि सारे मजहब एकहै। हम सब कीं मंज़िल एक है।फ़ादर जॉन पॉल ने कहा संस्कृति मजहब बटें हुए हैहमें सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना है।
जसबीर सिंह ने कहा:-साम्प्रदायिक सौहार्द भारतीयों के डी एन ए में जन्मो से मौजूद है। अणुबम अणुओं का संकलन है और अणुव्रत छोटें छोटें व्रतों का।साध्वीश्री सत्यवतीजी ने अपने उद्भोदनमें कहा-:अणुव्रत धरा पर सितारे है, जीवन सरिता व्यवस्थित करने के अणुव्रत किनारे हैं।”यदि जीवन में नियम उतारेंगे तो सब कुछ देने वाले है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. जयश्री सिद्धा द्वारा किया गया।कार्यक्रम के अंत में सभी स्पीकर्स को साहित्य भेंट कर सम्मान किया गया। आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रदीपजी नाहटा द्वारा किया गया।
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