यूनियन नेताओं की जासूसी के विरोध मे एआईआरएफ ने किया प्रदर्शन
जयपुर। आँल इण्डिया रेलवेमैन्स फैडरेशन (AIRF) के महासचिव एवं जेसीएम (स्टाफ साइड) सचिव शिव गोपाल मिश्रा का नाम पेगासस सॉफ्टवेयर की सूची मे आने पर केंद्र सरकार के विरोध में देशभर मे रेल कर्मचारियों ने धिक्कार दिवस मनाया। नाँर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाँईज यूनियन के बैनर तले उत्तर पश्चिम रेलवे के लगभग 100 से अधिक स्टेशन एवं यूनिट पर इस विरोध प्रदर्शन में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए भारी संख्या मे रेलकर्मी सम्मिलित हुए। जयपुर में रेलवे स्टेशन एवं प्रधान कार्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।
यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने रेल कर्मचारियों को इस अवसर पर संबोधित करते हुए अफसोस जाहिर किया कि केंद्र सरकार ट्रेड यूनियन एवं ट्रेड यूनियन नेताओं की भी जासूसी करा रही है। उन्होने कहा कि इस सरकार के कई उदाहरण इस प्रकार के हैं जिससे साबित होता है कि यह सरकार श्रमिक विरोधी होने के साथ-साथ ट्रेड यूनियन आंदोलन को भी समाप्त करना चाहती है। उन्होने कहा कि रेलवे में AIRF जैसे संगठन के रहते किसी भी सरकार के निजीकरण के इरादे पूरे नहीं हो पाएंगे एवं सरकार को रेलकर्मियों की मांगों पर विचार करके निर्णय लेना ही होगा। उन्होने कहा कि ट्रेड यूनियन नेता के फोन की टेपिंग कराकर जासूसी करना घोर निंदाजनक कृत्य है एवं केंद्र सरकार को ऐसी कार्यवाही करने से अपने आप को रोकना होगा।
प्रदर्शन कार्यक्रम को आर के सिंह , विनीत मान, रामलाल मीना, के एस अहलावत, आदि ने भी संबोधित किया। दोनों प्रदर्शन कार्यक्रम में गोपाल मीना, देशराज सिंह, राकेश यादव, राजेश वर्मा, मीना सक्सेना, प्रतीक्षा माथुर, सुभाष पारीक, उत्तम बाथरा, पवन जुनेजा, के के सेठी, सोनल माथुर, रामनिवास चौधरी, लोकेश मीना, राजेश छावल, मुकुट सिंह, आर के गुप्ता, अर्जुन गुर्जर, भादरमल, अनूप शर्मा सहित अनेक रेल कर्मचारी उपस्थित थे।
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