जयपुर - राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं राजीव गांधी स्टडी सर्कल के चेयरमैन अशोक गहलोत कि प्रेरणा से राजीव गांधी स्टडी सर्कल राजस्थान इकाई और नेशनल यूथ एवार्डी फेडरेशन आफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा दिवस पर ‘‘राजीव गांधी की युवा दृष्टि और युवाओं भूमिका‘‘ विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार को सम्बोधित करते हुए वयोवृद्ध गांधीवादी पद्मश्री डा.एस.एन.सुब्बाराव ने कहा कि भारत दुनिया में सर्वाधिक विविधता से भरा देश और उसके बावजूद उसकी अटूट एकता एक मिसाल है।
युवाओ को स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलना चाहिय युवा पीढ़ी को समझना चाहिये राष्ट्रीय एकता की इस विरासत का इस मर्म उसका विराट लोकतंत्र और परस्पर प्रेम एवं सद्भाव का विवेकानंद, गांधी-नेहरू से राजीव गांधी और अटल बिहारी तक का भाई चारे का साझा संदेश। डा.सुब्बाराव ने कहाकि मानव धर्म ही धर्म का मर्म और सच्चा धर्म है जो राष्ट्र को जोड़ता है। धर्म के नाम पर पाकिस्तान बना और भाषा के नाम पर टूट गया, लेकिन अनेक धर्मों और अनेक भाषाओं को समेटे भारत एकजुट रहा क्योंकि वह बंदूक की ताकत की जगह लोकतंत्र, प्रेम और ऐसी सभी अस्मिताओं के बीच समता, प्रेम एवं भाईचारे की बुनियाद पर खड़ा हुआ और आगे बढ़ा। इसलिये यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि सौहार्द वह बुनियाद कमजोर करके देश की एकता को मजबूत रखा जा सकता है।
वेबिनार में अपरिहार्य तात्कालिक कारणों से नहीं जुड़ पाने के बावजूद अपने कार्यालय से लगातार वेबिनार को मानीटर कर रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं राजीव गांधी स्टडी सर्कल के चेयरमैन श्री अशोक गहलोत ने एक संदेश देकर कहाकि विवेकानंद जयंती पर राजीव गांधी की युवा दृष्टि पर चर्चा का आयोजन इसलिये महत्वपूर्ण है कि दोनों विभूतियां की स्मृतियां देश के नव निर्माण में समर्थ युवा शक्ति की भूमिका के महत्व का प्रेरक संदेश देती हैं।
वेबिनर समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ने अपने उद्बोधन में कहा की स्वामी विवेकानंद का जीवन प्रेरणादायक है और सदैव रहेगा। हम सब उनके व्यक्तित्व, कृतित्व एवं आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लें और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में आगे आकर अपनी ऊर्जा लगाएं।
वेबिनर समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ने अपने उद्बोधन में कहा की स्वामी विवेकानंद का जीवन प्रेरणादायक है और सदैव रहेगा। हम सब उनके व्यक्तित्व, कृतित्व एवं आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लें और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में आगे आकर अपनी ऊर्जा लगाएं।
डा.बनय सिंह राज्य समन्वयक, आरजीएससी ने कहाकि राष्ट्र निर्माण की आध्यात्मिक चेतना और स्वतंत्र एवं समर्थ व्यक्ति निर्माण के मंत्र-दृष्टा स्वामी विवेकानंद की जयन्ती को स्व. राजीव गांधी ने राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित कर युवा पीढ़ी को विवेकानंद के विचारों की सर्जनात्मक प्रेरणा से जोड़ा। अध्यक्षता करते हुये सर्कल के प्रभारी राष्ट्रीय समन्वयक प्रो.सतीश कुमार (वाराणसी) ने कहाकि राष्ट्र निर्माण की आध्यात्मिक चेतना और स्वतंत्र एवं समर्थ व्यक्ति निर्माण के मंत्र-दृष्टा स्वामी विवेकानंद की जयन्ती को स्व. राजीव गांधी ने राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित कर युवा पीढ़ी को विवेकानंद के विचारों की सर्जनात्मक प्रेरणा से जोड़ा। वेबिनर में बड़ी संख्या में राष्ट्रीय युवा पुरुस्कार प्राप्त युवाओं,राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केन्द्र, स्काउट गाइड, एन सी सी, आदी के स्वयंसेवक युवाओं, ने भाग लिया एवं अपने विचार रखे।
वेबिनार में विशिष्ट अतिथि और पूर्व आरपीएससी चेयरमैन प्रो.बी.एम. शर्मा, डा.बनय सिंह राज्य समन्वयक, आरजीएससी गणेश शंकर पाण्डेय नेशनल एवं राज्य यूथ एवार्डी फेडरेशन अध्यक्ष डा.जावेद एवं राम दयाल सैन, सर्वश्री डा. प्रमोद पाण्डेय ( सर्कल के राष्ट्रीय छात्र सचिव,दिल्ली), क्रमशः राज्य स्काउट गाइड कोआर्डिनेटर रवि कांत, डा.जी.पी.सिंह - प्रिन्सिपल एवं डा. एन.के.व्यास-पूर्व प्रिन्क डूंगर कालेज बीकानेर, डा. दीपक मेहरा- प्रिन्सिपल गवर्नमेंट कालेज अजमेर, डा. एन. पी.गांधी, प्रो.एम.एल.वढेरा, डा.कमलेश माथुर एवं डा.शैलेन्द्र गहलोत- जोधपुर, डा. ध्यान सिंह गोठवाल- जयपुर, डा. देवेन्द्र प्रभार- धौलपुर, गोपाल साल्वी-चित्तौड़गढ, डा.प्रमोद शुक्ला (गोरखपुर) आदि ने सम्बोधित किया, सर्कल की कोटा और अजमेर इकाई के संयुक्त तकनीकी संयोजन में राजस्थान इकाई द्वारा आयोजित वेबिनार का संचालन जहां डा.अनुज विलियम्स एवं डा.सुनीता पचैरी ने किया, वहीं स्वागत डा.बनय सिंह ’जयपुर) एवं डा.एम.एल. अग्रवाल (अजमेर) ने तथा आभार प्रदर्शन प्रो.पी.आर.व्यास (उदयपुर) एवं डा. बिठ्ठल बिस्सा (बीकानेर) किया।
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