कोलकाता : आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस (एआई) एक घरेलू नाम है, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का आधुनिक क्षेत्र वर्ष 1956 से शुरू होता है। मौजूदा समय में एआई लगभग हर उद्योग और आर्थिक क्षेत्र का भविष्य बदल रहा है। यह बड़े डेटा, रोबोटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) जैसे उभरते ज्ञान क्षेत्रों के मुख्य चालक के रूप में कार्य कर रहा है और भविष्य में एक तकनीकी इनोवेटर और एक डिजिटल अवरोधक के रूप में अपने कार्य को करना जारी रखेगा। हममें से अधिकांश अब कृत्रिम बुद्धि के साथ किसी न किसी रूप में प्रतिदिन जुड़े रहते हैं।
एआई प्रौद्योगिकियों के प्रसार के रूप में, उन व्यवसायों के लिए यह जरूरी हो जाएगा जो अपनी प्रतिस्पर्धा में बढ़त बनाए रखना चाहते हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता सबसे जटिल समस्याओं का सहजतापूर्वक समामेलित समाधान प्रदान कर सकती है और उन्हें मानव उपयोगकर्ता के सामने प्रस्तुत कर सकती है। एआई जल्द ही सभी प्रकार के व्यापारिक डोमेन को फिर से स्थापित करेगा। जिससे निर्णय लेने और अन्य महत्वपूर्ण व्यावसायिक कार्यों को सहज और पूर्णता से पूरा करने में मदद मिल सके। मौजूदा समय में अत्याधुनिक तकनीक के सॉफ़्टवेयर का उपयोग व्यावसायिक वातावरण के सभी हितधारकों, उद्यमियों, ग्राहकों, कर्मचारियों की कुशलता से सेवा करने और उन्हें मदद पहुंचाने के लिए तेजी से विकसित किया जा रहा है।
शिक्षा हमारे जीवन के सभी क्षेत्रों में सर्वव्यापी है और लगातार विकसित हो रही है। यह एक संस्कृति के रूप में पोषित होना चाहिए। कर्मचारियों को सीखने और विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। केवल यह नवाचारों को जन्म दे सकता है, जो बदलते समय के साथ पुरानी एवं नयी प्रणाली के बीच तालमेल बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका साबित होगा। उदाहरण स्वरुप दुनिया की सबसे सफल कंपनियों में अपनी अलग पहचान रखनेवाले गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल इसका सबसे बेहतर उदाहरण है। जेडीबीआई ने भी इस प्रवृत्ति के साथ तालमेल बिठा रखा है और दुनियाभर में बदलाव के साथ एमडीपी का आयोजन करता रहा है। जेडी बिरला शिक्षण संस्थान ने 11 और 12 दिसंबर 2020 को दो दिवसीय ऑनलाइन मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमडीपी) का आयोजन किया था। इस संस्थान के प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को बातचीत के माध्यम से मध्यम और शीर्ष स्तर के कॉर्पोरेट विकास को लाभ देने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
शिक्षा हमारे जीवन के सभी क्षेत्रों में सर्वव्यापी है और लगातार विकसित हो रही है। यह एक संस्कृति के रूप में पोषित होना चाहिए। कर्मचारियों को सीखने और विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। केवल यह नवाचारों को जन्म दे सकता है, जो बदलते समय के साथ पुरानी एवं नयी प्रणाली के बीच तालमेल बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका साबित होगा। उदाहरण स्वरुप दुनिया की सबसे सफल कंपनियों में अपनी अलग पहचान रखनेवाले गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल इसका सबसे बेहतर उदाहरण है। जेडीबीआई ने भी इस प्रवृत्ति के साथ तालमेल बिठा रखा है और दुनियाभर में बदलाव के साथ एमडीपी का आयोजन करता रहा है। जेडी बिरला शिक्षण संस्थान ने 11 और 12 दिसंबर 2020 को दो दिवसीय ऑनलाइन मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमडीपी) का आयोजन किया था। इस संस्थान के प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को बातचीत के माध्यम से मध्यम और शीर्ष स्तर के कॉर्पोरेट विकास को लाभ देने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
इसमें प्रत्येक क्षेत्र के विशेषज्ञ मौजूद थे। कार्यक्रम में विभिन्न कॉरपोरेट का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 36 प्रतिभागी थे, जिनमें अदेरा ग्लोबल ग्रुप (सिंगापुर), एल एंड टी, अडानी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड, पैटन इंटरनेशनल लिमिटेड, केवेन्टेर एग्रो लिमिटेड, पीयरलेस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, सिडबी, बेले शामिल थे। वीयू क्लिनिक, प्रियंवदा बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, सिम्फनी लिमिटेड संसाधन, आईबीएम रिसर्च लैब्स, बैंगलोर और कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस, भारत जैसे संगठनों के डिजिटल उद्यमी और एआई प्रैक्टिशनर शामिल थे। प्रतिभागियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के अनुसार, एआई सक्षम व्यवसाय की संभावनाओं और चुनौतियों में एक समृद्ध झलक प्रदान करने में एमडीपी अत्यधिक सफल रहा।
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