० नूरुद्दीन अंसारी ०
नई दिल्ली, कोविड-19 प्रकोप को नियंत्रण में रखने के लिए दिल्ली के द्वारका में पुलिस उपायुक्त कार्यालय के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी उपायों को लेकर पुलिसकर्मियों को शिक्षित करने का फैसला किया है। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने आई2क्योर के साथ हाथ मिलाया है। राष्ट्रीय राजधानी में फ्रंटलाइन वर्कर्स में कोविड-19 लगातार फैल रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों के बाद पुलिस बल ही है, जो संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। मामलों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि के बाद भी दिल्ली पुलिस नागरिकों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में जुटी हुई है।
वायरस से प्रभावित हो रहे अधिकारियों-कर्मचारियों की बढ़ती संख्या देखकर अमेरिकी बायोटेक कंपनी आई2क्योर ने डीसीपी कार्यालय की मदद से पुलिस बल के लिए एक अहम कदम उठाया है। आई2क्योर ने इस क्षेत्र के एसएचओ और हेड-इन-चार्ज और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आई2क्योर बायोशील्ड वितरित किया है।
पुलिस दल ने लॉकडाउन के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया, कंटेनमेंट जोन, अस्पतालों की चौकसी की, लोगों के लिए जरूरी सामानों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की। इस दौरान आई2क्योर के प्रतिनिधियों ने हाथ और नाक की स्वच्छता के महत्व को लेकर बताया कि बायोशील्ड के ऐप्लीकेशंस उन्हें कोरोनवायरस से कैसे बचाएंगे। आई2क्योर के साथ जुड़कर दिल्ली पुलिस कोविड-19 वायरस को फैलने से रोकेगी।
आई2क्योर के ग्लोबल सीईओ और प्रेसिडेंट डगलस स्पिट्ज ने कहा, "सभी कोरोनावायरस योद्धाओं के बीच हमारे पुलिस बल को उतनी अहमियत नहीं दी गई। आई2क्योर का लक्ष्य है कि इस वायरस को फैलने से रोकना और महामारी की चेन को तोड़ने के लिए जो लोग अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं, उनकी रक्षा करना। बिना उनके हम अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर सकते। हम द्वारका के डीसीपी के बहुत आभारी हैं जिन्होंने इस पहल में शामिल होने के लिए अपनी सहमति जताई और इस वैश्विक महामारी को हराने की लड़ाई में हमारा साथ दिया।"
द्वारका डीसीपी की मदद से आई2क्योर द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान से ड्यूटी पर तैनात 1,000 से अधिक अधिकारी लाभान्वित हुए हैं। वैश्विक महामारी के समय में आई2क्योर ने भारत में अपना बायोशील्ड प्रोडक्ट लॉन्च किया जो कि डॉ. जैक केसर (आई2 के पिता) का एक शोध है। यह एफडीए, आईएसओ 9001: 2015 और डब्ल्यूएचओ जीएमपी द्वारा प्रमाणित है।
हाल ही में यूएस एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी गुड लेबोरेटरी प्रैक्टिस (जीएलपी) ने एक अध्ययन किया था जिसमें कहा गया था कि आई2क्योर के 30 सेकंड का एक्सपोजर कोविड के खिलाफ प्रभावी बनाता है। एफडीए ने अपनी परीक्षण रिपोटरें में 6 घंटे से अधिक आई2क्योर की माइक्रोबायसिडल गतिविधि की ²ढ़ता को भी बताया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसके ऐप्लीकेशन से वायरस कम से कम 6 घंटे के लिए पूरी तरह से मर जाता है। यह कोविड-19 के खिलाफ प्रोडक्ट को 99.9 प्रतिशत तक प्रभावी बनाता है।
अल्कोहल वाले सैनिटाइजर के विपरीत आई2क्योर वायरल, बैक्टीरियल और फंगल खतरों के खिलाफ 6 घंटे तक सुरक्षा देता है। साथ ही इसमें मौजूद आयोडीन त्वचा को शुष्क होने से रोकता है और उसे पोषण देता है। चूंकि आयोडीन मॉलीक्यूल आई2क्योर में सक्रिय एजेंट है, यह आपकी त्वचा में प्रवेश कर सकता है और कोई दाग या गंध भी नहीं छोड़ता है। हाथ धोने या रगड़ने से भी यह दूर नहीं होता है।
कई अध्ययनों में कहा गया है कि आयोडीन कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी है। पॉविडोन-आयोडीन में सक्रिय मॉलीक्यूलर आयोडीन के प्रति मिलियन में 5-10 पार्ट्स ही होते हैं। डॉ. केसलर ने एक नई विधि विकसित की है जो मॉलीक्यूलर आयोडीन आणविक आयोडीन को स्थिर करने के लिए एक विधि विकसित को पॉविडोन-आयोडीन से 100 गुना अधिक प्रभावी और शक्तिशाली है। मॉलीक्यूलर ऑयोडीन वाला आई2क्योर न केवल कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा देता है, बल्कि सभी बैक्टीरिया, फंगल, वायरल संक्रमण, टीबी और सभी प्रकार के त्वचा रोगों को भी रोकता है।
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