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मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में स्वास्थ्य परिचर्चा और वॉकाथोन का आयोजन

० आशा पटेल ० 

जयपुर। वर्ल्ड आर्थ्राइटिस डे के अवसर पर मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में स्वास्थ्य परिचर्चा व वॉकाथोन का आयोजन किया गया। वॉकाथोन को हॉस्पिटल डायरेक्टर  रंजन ठाकुर, डॉ. बी.आर बगडिया व डॉ. अखिल गोयल ने फ्लैग दिखाकर रवाना किया। उसके बाद मणिपाल हॉस्पिटल के डॉ. बी.आर बगडिया, कंसलटेंट हड्डी एवं जोड़ प्रत्यारोपण विभाग और डॉ. अखिल गोयल, कंसलटेंट क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एवं रूमेटोलॉजी ने आर्थ्राइटिस बीमारी, इसके उपचार और बीमारी से बचने के तरीकों के बारे में वहां मौजूद लोगों से विस्तार से चर्चा की। इस दौरान पूर्व में उपचारित कई मरीजों ने अपने अनुभव साझा किए, जो कि अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायी रहे।

डॉ. बी.आर बगडिया, कंसलटेंट हड्डी एवं जोड़ प्रत्यारोपण विभाग, मणिपाल हॉस्पिटल, जयपुर ने मौजूद लोगों से संवाद करते हुए बताया कि आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में मोटापा, गलत खानपान के कारण आर्थ्राइटिस यानी गाठियां रोग होना आम बात सी हो गई है। उन्होंने बताया कि आर्थ्राइटिस को गठिया, संधि शोथ या जोड़ों में दर्द के रोग सहित अन्य नामों से जाना जाता है। इस रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और जिसके कारण मरीज को असहनीय पीड़ा होती है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को एक या कई जोड़ों में दर्द, अकड़न या सूजन की भी समस्याएं होने लगती है। इस रोग से स्त्री या पुरुष दोनों ही समान रूप से पीड़ित हो सकते हैं।

डॉ. अखिल गोयल, कंसलटेंट क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एवं रूमेटोलॉजी, मणिपाल हॉस्पिटल, जयपुर ने बताया कि आर्थ्राइटिस रोग पहले सिर्फ एक उम्र के बाद बुजुर्गों को होता था, लेकिन अब यह रोग तेजी से युवाओं और यहां तक की बच्चों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। उन्होंने बताया कि गठिया रोग कई प्रकार का होता है और हर एक प्रकार का कारण अलग-अलग हो सकता है, जैसे हड्डियों में घिसाव, संक्रमण, और कोई गंभीर रोग। आर्थ्राइटिस बीमारी को रोकने या उसके इलाज के लिए आप छोटे-छोटे उपाय कर सकते हैं, जैसे खान-पान में सुधार, नियमित तोर से शारीरिक व्यायाम, दवाओं का सेवन आदि, और गंभीर स्तिथि में सर्जरी से बीमारी में सुधार हो सकता है।

हॉस्पिटल डायरेक्टर रंजन ठाकुर, मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने बताया कि आर्थ्राइटिस या गाठिया रोग के प्रति चिकित्सा समुदाय, मरीजों और आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से ही हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। उन्होंने गाठिया रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने और बीमारी और उसके उपचार के बारे में हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टर्स की ओर से लोगों से विस्तृत चर्चा करने पर उनकी सराहना की।
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