छिंदवाडा - नवरात्री की चहल-पहल से इस समय सारा शहर भक्तिमय हो गया है। क्या गाँव क्या शहर सभी क्षेत्रों में माँ दुर्गा की पूजा अर्चना कर लोग माता भगवती का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे है । नवरात्री के आठवे दिन अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्याओं की पूजा और भोज करवाने से देवी अन्नपूर्णा के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है। नवरात्र में देवी मां दुर्गा के सभी साधक कन्याओं को माता जगदंबा का दूसरा स्वरूप मानकर उनकी पूजा करते हैं।
शास्त्रों में नवरात्र के अवसर पर कन्या पूजन या कन्या भोज को अत्यंत ही महत्वपूर्ण बताया गया है। गाँव में दुर्गा अष्टमी के दिन 9 कन्याओं का भक्तिपूर्वक भोज करवाना एक महत्वपूर्ण विधान है। ग्राम चारगांव प्रहलाद में गाँव में यह एक बहुत पुरानी परम्परा है कि कन्याभोज के लिए कन्याओं को माँ दुर्गा रूप में सजाया जाता है । उनके पैरो को रोली लगाकर उन्हें चुनरी भेट की जाती है । खीर पुड़ी का भोज कराया जाता है । कन्याओं को चावल या अन्य अनाज से अन्जली भरकर भेट की जाती है ।
इससे अन्यपुर्णा देवी धन्य-धान्य से पूर्ण करती है । भव्या कोलारे को बाल रूप माँ दुर्गा के रूप में सजाया गया एवं माँ दुर्गा स्वरुप की पूजा कर कन्याओं को ग्रामीणों ने कन्याभोज करवाया । बाल दुर्गा टोली में भाग्यश्री, कव्या, अंशी, काजल, दिव्या, नीलू, परी, मोना आदि कन्याओं की श्रद्धा से पूजा अर्चना कर दुर्गाअष्टमी मनाई गई ।
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