जयपुर। विश्व को दिखाने के लिए राजस्थान में पर्यटन के अपार अवसर हैं। यह योजना बनाना महत्वपूर्ण है कि विश्व स्तर पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राजस्थान की कला, संस्कृति और परंपराओं को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है। घूमने आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, पर्यटकों को परेशान करने वाले दलालों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान करने के लिए एक कानून पारित किया गया है। बार-बार होने वाले अपराधों को संज्ञेय और गैर-जमानती बना दिया गया है।
पर्यटकों को राजस्थान की परंपराओं, संस्कृति और जीवन जीने के तरीके को दिखाने के लिए ग्रामीण पर्यटन बहुत महत्वपूर्ण है। पर्यटकों को राज्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करने के लिए विभाग द्वारा एक मोबाइल ऐप भी तैयार किया जा रहा है। यह बात राजस्थान सरकार के पर्यटन राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कही। वे आज मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान पर्यटन और फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल द्वारा आयोजित राजस्थान कॉलिंग - राजस्थान को डॉमेस्टिक टूरिज्म वैल्यू चेन में ऊपर उठाने के लिए एक वर्चुअल रोड शो को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का संचालन फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के हेड श्री अतुल शर्मा ने किया।
प्रिंसिपल सेक्रेटरी -पर्यटन, राजस्थान सरकार गायत्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वेलनेस टूरिज्म को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है। आने वाले महीने में मार्केटिंग और प्रमोशनल गतिविधियों में तेजी आएगी। आने वाले 6 महीनों में राजस्थान को वैश्विक पर्यटन बाजार में वापस लाने के लिए कई गतिविधियां और नई योजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है। दिसंबर-जनवरी में 5 दिवसीय शेखावाटी महोत्सव प्रस्तावित है। इसी तरह, मार्च-अप्रैल में फिक्की के सहयोग से ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (जीआईटीबी) और मार्च में फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) के सहयोग से राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट भी प्रस्तावित है।
डायरेक्टर, पर्यटन, राजस्थान सरकार निशांत जैन ने कहा कि मार्केटिंग कैम्पेन में अलवर, शेखावाटी, बांसवाड़ा, कोटा, बूंदी आदि जैसे कम ज्ञात स्थलों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। राजस्थान में एडवेंचर टूरिज्म के लिए अधिक संभावनाएं हैं और कुछ गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं। इसकी जानकारी टूर ऑपरेटरों को दी जानी चाहिए।
प्रेसिडेंट, एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया (एडीटीओआई) पी पी खन्ना ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम-ज्ञात डेस्टिनेशंस और एक्सपीरिएंशीयल टूरिज्म पर ध्यान देने के साथ नए पर्यटन पैकेज लेकर आने की जरूरत है। को-चेयरमैन, फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल एंड सीएमडी, मंडावा होटल्स, रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि राजस्थान को इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों और सोशल मीडिया के जरिए बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
उद्घाटन सत्र के बाद 'मूविंग राजस्थान अप द डोमेस्टिक टूरिज्म वैल्यू चेन' विषय पर एक पैनल चर्चा हुई। पैनलिस्ट्स में चेयरमैन, फिक्की यूपी टूरिज्म कमेटी, प्रतीक हीरा; चेयरमैन, एडीटीओआई गुजरात चैप्टर, अशोक दूत; चेयरमैन, आईएटीओ पश्चिम बंगाल चैप्टर, देबजीत दत्ता; चेयरमैन, एडीटीओआई महाराष्ट्र चैप्टर, धर्मेंद्र सिंह चौहान और चेयरमैन, आईएटीओ कर्नाटक चैप्टर, एस महालिंगैया शामिल थे। इस दौरान बॉर्डर टूरिज्म शुरू करने, जमीनी स्तर पर स्टेकहोल्डर्स का कौशल विकास, ट्रेनों और स्मारकों के लिए उचित दरों को लागू करना और महामारी के बाद बचे संसाधनों की समीक्षा करने आदि पर चर्चा हुई।
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