० आशा पटेल ०
जयपुर - संयुक्त किसान मोर्चा,जयपुर की बैठक 27_सितंबर भारतबंद की तैयारियों को लेकर मजदूर-किसान भवन,हटवाडा ऱोड,हसनपुरा जयपुर में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता सवाई सिंह व का. कुणाल रावत ने की , बैठक में संजय माघव , रवीन्द्र शुक्ला , भँवर सिंह , शैलेन्द्र अवस्थी , सी.बी.यादव , सुमित्रा चोपरा , रमेश शर्मा , स्मिता शुक्ला , नीरज चौहान आदि ने शिरकत की ।
बैठक में केन्द्र की भाजपा-आरएसएस सरकार द्वारा देश के किसानों पर असंवैधानिक तरीके से थोपे गए काले कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ देश के किसानों, मजदूरों, व्यापारियों के देशव्यापी आंदोलन के तहत 27 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर भारत बंद को जयपुर जिले में कामयाब बनाने की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।
भारत बंद को लेकर किसान,मजदूर, व्यापारियों सहित आम जनता का समर्थन जुटाने के लिए 25 सितंबर को शाम 5:30 बजे अल्बर्ट हॉल से चौड़ा रास्ता, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार से होते हुए संजय सर्किल,चांदपोल तक मशाल जुलूस निकालने का फैसला किया गया।
इसी क्रम में 26 सितंबर को दिन में 3:00 बजे पिंक सिटी प्रैस क्लब, जयपुर में प्रैस-वार्ता का आयोजन किया जाएगा। प्रैस-वार्ता को संयुक्त किसान मोर्चा,जयपुर के किसान नेताओं के द्वारा सम्बोधित किया जायेगा ।27 सितम्बर को सुबह 6.00 बजे से लेकर शाम को 4.00बजे तक मुकम्मल बंद रखा जायेगा। इसके लिए सुबह से ही संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता सभी बाजारों में व्यापारियों से बंद को सफल बनाने की अपील करते हुए घूमेंगे।
सभी व्यापारी-संगठनों को भी पत्र लिखकर किसान आन्दोलन और बंद को सफल बनाने में सहयोग की अपील बार-बार की गई है। सुझाव भी मांगे गए हैं। पुनः इस प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से सभी व्यापारियों और आम जनता से किसानों के लिए जीवन मरण का प्रश्न बन चुके इस आंदोलन को सहयोग करने की अपील करते हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि यह बंद केन्द्र की भाजपा-आरएसएस सरकार की जनविरोधी नीतियों और अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक कार्यप्रणाली के खिलाफ है। जनता को बंद में तकलीफ़ हो यह किसान आन्दोलन का इरादा नहीं है, इसीलिए बंद में सभी आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही रीट की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के वाहनों को भी बंद से छूट का फैसला किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने जनता के सभी हिस्सों से, पिछले दस महीनों से केवल केन्द्र की भाजपा-आरएसएस सरकार की हठधर्मिता के कारण चल रहे, इस आंदोलन को "जिसमें छह सौ से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं", सहयोग और समर्थन देने की अपील की है। 27- सितम्बर को 10:00 बजे सभी किसान,मजदूर, छात्र,युवा,महिला एवं व्यापारी इस ऐतिहासिक किसान-आंदोलन में अपना योगदान सुनिश्चित करने के लिए शहीद स्मारक, गवर्नमेंट हॉस्टल पर इकट्ठा होंगे। शहीद स्मारक से शहर के सभी प्रमुख बाजारों से होता हुआ जुलूस निकाला जायेगा।
निश्चित रूप से किसान मजदूर एवं छोटे व्यापारी विरोधी तीनों काले कृषि कानून जब तक केंद्र सरकार रद्द नहीं कर देती व एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून नहीं बना देती तब तक यह आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
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