० नूरुद्दीन अंसारी ०
ई-दीक्षांत समारोह शनिवार, 17 जुलाई 2021 को सुबह 11 बजे से शुरू होगा। इसमें सभी चार कैम्पस के विद्यार्थी, स्नातक हो रहे बैच के माता-पिता, शिक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेंगे। संस्थान अपनी परंपरा के अनुसार प्रतिभावन विद्यार्थियों को मेडल प्रदान करेगा। इस अवसर पर संस्थान के चारों कैम्पस के विशिष्ट शिक्षकों को ‘बेस्ट फैकल्टी’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। कॉर्पोरेट जगत के सभी सेक्टर में शानदार उपलब्धि दर्ज करने वाले पूर्व विद्यार्थियों को भी ‘पूर्व विद्यार्थी पुरस्कार’ से सम्मािनत किया जाएगा।
“कोविड-19 के अभूतपूर्व संकट में हमारे सामने कई चुनौतियां हैं और वास्तविक रूप में एक दूसरे से मिलने के सीमित अवसर हैं। लेकिन इसके बावजूद जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने दूसरी बार वार्षिक ई-दीक्षांत समारोह आयोजित कर स्नातक हो रहे विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया है जिस पर हमें गर्व है। इस अवसर पर हम एडलवाइस समूह के अध्यक्ष और सीईओ श्री रशेश शाह के अत्यंत आभारी हैं कि उन्होंने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की गरिमा बढ़ाने की सहमति दी,’’ श्री श्रीवत्स जयपुरिया, वाइस चेयरमैन, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने कहा।
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने इससे पहले 2020 में भी वार्षिक दीक्षांत समारोह का वर्चुअल आयोजन किया था। यह ऐसा करने वाले देश के कुछ संस्थानों में एक था। अभिनव दृष्टिकोण से आयोजित दीक्षांत समारोह बहुत सफल रहा था। इस वर्ष भी स्नातक बैच के विद्यार्थियों को 17 जुलाई 2021 को होने वाले इस समारोह में भाग लेने का बेसब्री से इंतजार है।
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के बारे में
जयपुरिया देश के सबसे सम्मानित और समर्पित व्यावसायिक समूहों में एक है। औद्योगिक और शैक्षिक क्षेत्र में समूह की अपनी खास जगह और ऊंची पहचान है। महान दूरदर्शी और शिक्षाविद् पद्म भूषण सेठ आनंदराम जयपुरिया ने सन् 1945 में कलकत्ता (अब कोलकाता) में जयपुरिया कॉलेज की स्थापना कर शिक्षा की शानदार विरासत कायम की। आज 7 दशक और 4 पीढ़ियों से कायम इस अनोखी विरासत के चलते अन्य शैक्षणिक संस्थानों से भिन्न हमारी खास पहचान है। .
शिक्षा के इस सफर में साल 1992 में जयपुरिया का पहला क-12 आईसीएसई स्कूल लखनऊ, उत्तर प्रदेश में खुला। इसके बाद 4 मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट - लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर में स्थापित किए गए। संस्थान ने कम समय में ही देश के दिग्गज बी-स्कूलों में अपनी जगह बनाई। आज जयपुरिया के 3 कैम्पस भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एनआईआरएफ रैंकिंग में सर्वोच्च 100 संस्थानों में उच्च स्थान पर है।
जयपुरिया देश के सबसे सम्मानित और समर्पित व्यावसायिक समूहों में एक है। औद्योगिक और शैक्षिक क्षेत्र में समूह की अपनी खास जगह और ऊंची पहचान है। महान दूरदर्शी और शिक्षाविद् पद्म भूषण सेठ आनंदराम जयपुरिया ने सन् 1945 में कलकत्ता (अब कोलकाता) में जयपुरिया कॉलेज की स्थापना कर शिक्षा की शानदार विरासत कायम की। आज 7 दशक और 4 पीढ़ियों से कायम इस अनोखी विरासत के चलते अन्य शैक्षणिक संस्थानों से भिन्न हमारी खास पहचान है। .
शिक्षा के इस सफर में साल 1992 में जयपुरिया का पहला क-12 आईसीएसई स्कूल लखनऊ, उत्तर प्रदेश में खुला। इसके बाद 4 मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट - लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर में स्थापित किए गए। संस्थान ने कम समय में ही देश के दिग्गज बी-स्कूलों में अपनी जगह बनाई। आज जयपुरिया के 3 कैम्पस भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एनआईआरएफ रैंकिंग में सर्वोच्च 100 संस्थानों में उच्च स्थान पर है।
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