जयपुर। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार से पेट्रोल पम्प संचालन को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। इस संबंध में शासन सचिव गृह विभाग सुरेश गुप्ता को पत्र प्रेषित भी किया है। एसोसिएशन के महासचिव प्रकाश ग्वालेरा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 23 अप्रैल को आदेश जारी किया गया, जिसमें पेट्रोल पम्पों को सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक ही निजी एवं अन्य वाहनों को ईंधन की आपूर्ति के लिए पाबंद किया गया। इस समय के बाद सिर्फ आपातकालीन वाहन जैसे एंबुलेंस, अग्निशमन वाहन, पुलिस वाहन और कॉमर्शियल व्हीकल्स को ही पेट्रोल-डीजल उपलब्ध करवाने के निर्देश हैं।
ग्वालेरा ने कहा कि आदेश स्पष्ट नहीं हैं तथा इससे पेट्रोल पम्प पर अव्यवस्था हो रही है। सुबह भीड़ होने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। दोपहर 12 बजे बाद लोग निजी वाहन लेकर आते हैं और पेट्रोल-डीजल की मांग करते हैं, जिन्हें मजबूरी वश मना करना पड़ रहा है। इनमें ज्यादातर इमरजेंसी कार्य में जुटे कोरोना वॉरियर्स के वाहन होते हैं या मरीजों के तीमारदार होते हैं।
कोरोना में ड्यूटी दे रहे चिकित्साकर्मी, खाद्य पदार्थ, दवाइयां की होम डिलीवरी देने वाले डिलीवरी ब्वॉय, इमरजेंसी सर्विसेज में ड्यूटी दे रहे बैंककर्मी, सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट अस्पतालों में कार्यरत कर्मचारी अपने निजी वाहन लेकर पम्प पर आते हैं और पेट्रोल-डीजल के लिए निवेदन करते हैं। ऐसे में असमंजस की स्थिति बन जाती है कि इन्हें पेट्रोल-डीजल देना है या नहीं।
महासचिव प्रकाश ग्वालेरा और सचिव शशांक कौरानी ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द पम्प पर पेट्रोल-डीजल वितरण की स्थिति को स्पष्ट करे ताकि पम्प पर आने वाले कोरोना वॉरियर्स और मरीजों के परिजनों को पेट्रोल-डीजल के लिए अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़े और उनके जन सेवा में किए जा रहे कार्यों में बाधा न आए।
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