नयी दिल्ली : स्कूली शिक्षा के ऑनलाइन मॉडल को देखते हुए, देश भर में पैरंट्स अपने बच्चों की पढ़ाई में पहले से ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं। अब जबकि कई स्कूल खुल गए हैं और बच्चों को क्लासरूम के माहौल में शिक्षा फिर से मिलने लगी है, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ब्रेनली ने एक सर्वे संचालित किया है ताकि बच्चों की शिक्षा में पैरंट्स की उभरती हुई भूमिका का पता लगाया जा सके। 350 मिलियन से ज्यादा बच्चे और पैरंट्स सवाल करने से लेकर कॉन्सेप्ट को समझने के लिए ब्रेनली पर आते हैं।
स्कूलों के गेट बच्चों के लिए फिर से खुल रहे हैं। स्कूल मैनेजमेंट का पूरा ध्यान स्कूलों में साफ-सफाई और स्वास्थ्य रक्षा पर है। ब्रेनली सर्वे ने यह पहचान की है कि 62 फीसदी परिवारों में भारतीय पैरंट्स के मन में अभी भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए हिचकिचाहट है। वह बच्चों को घरों से ही ऑनलाइन पढ़ाई कराना चाहते हैं क्योंकि अभी भी बहुत से लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। सर्वे के अनुसार मौजूदा समय की मांग के मद्देनजर तकनीक से लैस ऐसे क्लासरूम बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए, जिससे स्टूडेंट्स को दोनों तरह के वर्चुअल और फिजिकल (ऑनलाइन या ऑफलाइन) फॉर्मेट के माहौल में पूरी मदद मिल सके।
ब्रेनली के ज्यादातर (59%) स्टूडेंट्स का कहना था कि उनके पैरंट्स कोरोना से पहले के समय की तुलना में महामारी का प्रकोप फैलने के बाद से उनकी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं। दिलचस्प बात यह है कि 71 फीसदी स्टूडेंट्स स्कूल खुलने के बाद भी पढ़ाई में आ रही समस्याओं को दूर करने में माता-पिता की मदद ले रहे हैं। ऑनलाइन लर्निंग रिसोर्सेज ने पैरंट्स को बच्चों को पढ़ाई में मदद के लिए सभी जरूरी टूल्स प्रदान कर उन्हें मजबूती दी है।
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